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गुड़ के फायदे और नुकसान (Jaggery benefits and loss)

गुड़ क्या है (What is Jaggery?)

 

आयुर्वेदा में रस

स्वर्गीय भाई राजीव दीक्षित जी ने सबसे पहले हमें बताया कि आयुर्वेद के अनुसार 6 रस होते हैं जिनकी हमारे शरीर को जरुरत पड़ती है।

  1. मधुर रस (मीठा)
  2. अमल रस (खट्टा)
  3. लवण रस (नमकीन)
  4. कषाय रस (कड़वा)
  5. तिक्त रस (तीखा)
  6. कटु रस (चटपटा)

इन 6 रसों का संतुलन आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे शरीर के विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करते हैं और स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।

  • मधुर रस: शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है और वजन बढ़ाने में मदद करता है।
  • अमल रस: पाचन में मदद करता है और शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है।
  • लवण रस: शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
  • कषाय रस: शरीर को साफ करने में मदद करता है और विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
  • तिक्त रस: शरीर को शीतल रखने में मदद करता है और प्यास को शांत करता है।
  • कटु रस: शरीर को उत्तेजित करता है और पाचन में मदद करता है।

इन 6 रसों का संतुलन आयुर्वेदिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे शरीर के विभिन्न कार्यों को नियंत्रित करते हैं और स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं।

गुड़ (Jaggery):

 गुड़ (Jaggery) मधुर रस का एक सर्वोत्तम विकल्प है इसमें प्राकृतिक मिठास है जो गन्ने या पाम के पेड़ों जैसे पौधों के रस या सैप से बनाया जाता है। यह एक अनरिफाइंड, नॉन-सेंट्रीफ्यूगल शुगर है, मतलब इसको बनाने में किसी प्रकार की अतिरिक्त रसायन या रिफाइनिंग प्रक्रिया नहीं होती है। इसलिए गुड़ में प्राकृतिक खनिज और पोषक तत्व बने रहते हैं। इसलिए जो लोग चीनी से परहेज करते हैं वो गुड़ को ऑप्शन के तौर पर ले सकते हैं।  गुड़ को बनाने के लिए, गन्ने या पाम के पेड़ों का रस निकाला जाता है, और फिर इसे उबालकर गाढ़ा किया जाता है जब तक कि यह एक नरम, अमूर्त ठोस में बदल न जाए। कुछ लोग चीनी के विकल्प के रूप में गुड़ के पाउडर का भी इस्तेमाल करते हैं। Vagbhatt-jaggery-powder इसके लिए सर्वाधिक उचित विकल्प है।

जो भरोसेमंद भी है और प्राकृतिक मिठास भी देता है। गुड़ का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जाता है, जैसे कि:

  • प्राकृतिक मिठास के रूप में
  • पारंपरिक चिकित्सा में
  • धार्मिक अनुष्ठानों में
  • व्यंजनों में स्वाद बढ़ाने के लिए

गुड़ की तासीर:

गुड़ की तासीर गर्म होती है, जिसका अर्थ है कि यह शरीर को गर्मी प्रदान करता है और पाचन में मदद करता है। गुड़ में मौजूद शुगर और अन्य पोषक तत्व शरीर को ऊर्जा प्रदान करते हैं और विभिन्न शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करते हैं। गुड़ की गर्म तासीर के कारण, इसका सेवन सर्दियों में अधिक किया जाता है, जब शरीर को अधिक गर्मी की आवश्यकता होती है। गुड़ का सेवन करने से शरीर को गर्मी मिलती है, जिससे सर्दी और खांसी जैसी समस्याएं दूर होती हैं। हालांकि, गर्मियों में गुड़ का सेवन कम करना चाहिए, क्योंकि इसकी गर्म तासीर शरीर को अधिक गर्म कर सकती है और डिहाइड्रेशन की समस्या पैदा कर सकती है।

गुड़ के स्वास्थ्य लाभ (Health benefits of Gur or jiggery)-

गुड़ के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख लाभ यह हैं:

  1. पाचन में मदद: गुड़ में फाइबर होता है, जो पाचन में मदद करता है और कब्ज को रोकता है।
  2. एनीमिया को रोकने में मदद: गुड़ में आयरन होता है, जो एनीमिया को रोकने में मदद करता है।
  3. रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद: गुड़ में पोटेशियम होता है, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  4. ऊर्जा का स्रोत: गुड़ एक प्राकृतिक ऊर्जा स्रोत है, जो थकान और कमजोरी को दूर करता है।
  5. वजन बढ़ाने में मदद: गुड़ में कैलोरी होती है, जो वजन बढ़ाने में मदद करती है।
  6. त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद होते हैं।
  7. सर्दी-जुकाम में राहत: गुड़ में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सर्दी-जुकाम में राहत दिलाते हैं।
  8. दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: गुड़ में पोटेशियम होता है, जो दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
  9. मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
  10. प्राकृतिक मिठास: गुड़ एक प्राकृतिक मिठास है, जो चीनी की तुलना में स्वास्थ्यवर्धक होता है।

 

गुड़ के प्रकार:

गुड़ की गुणवत्ता और स्वास्थ्य लाभ इसके उत्पादन और स्रोत पर निर्भर करते हैं। कुछ लोग गुड़ को गोरा या सफ़ेद बनाने के लिए इसमें सर्फ़ पाउडर का इस्तेमाल करते हैं जो की काफी नुकसानदायक है जबकि कुछ लोग गुड़ को जरुरत से ज्यादा काला बनाने के लिए कुछ अन्य अशुद्धियाँ मिला देते हैं। यहाँ कुछ सुझाव दिए गए हैं कि कौन सा गुड़ खाना चाहिए:

  1. गन्ने का गुड़: गन्ने का गुड़ सबसे आम और पौष्टिक माना जाता है, क्योंकि इसमें आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे खनिज होते हैं।

 

  1. नारियल का गुड़: नारियल का गुड़ भी एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि इसमें फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।

 

  1. ताड़ी का गुड़: ताड़ी का गुड़ भी एक प्राकृतिक और पौष्टिक विकल्प है, जिसमें विटामिन और मिनरल्स होते हैं।

 

कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए:

  • सुनिश्चित करें कि गुड़ शुद्ध और बिना मिलावट का हो।
  • गुड़ का रंग और बनावट हल्का भूरा या सुनहरा हो।
  • अधिक मात्रा में गुड़ का सेवन न करें, क्योंकि इसमें शुगर होता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि गुड़ की गुणवत्ता और स्वास्थ्य लाभ इसके उत्पादन और स्रोत पर निर्भर करते हैं।

गुड़ की शुद्धता की जांच:

गुड़ की शुद्धता की जांच करने के लिए निम्नलिखित तरीकों का प्रयोग करें:

  1. रंग और बनावट: शुद्ध गुड़ का रंग हल्का भूरा या सुनहरा होता है। अगर गुड़ का रंग बहुत गहरा या काला है या फिर सफेदी लिया हुआ सा बहुत उजला रंग है तो यह अशुद्ध हो सकता है।
  2. स्वाद: शुद्ध गुड़ का स्वाद मीठा और कुछ कड़वाहट जैसा होता है। अगर गुड़ का स्वाद बहुत मीठा या अजीब है, तो यह अशुद्ध हो सकता है।
  3. पानी में घुलने की क्षमता: शुद्ध गुड़ पानी में आसानी से घुल जाता है। अगर गुड़ पानी में नहीं घुलता या धीरे-धीरे घुलता है, तो यह अशुद्ध हो सकता है।
  4. आग में जलने की क्षमता: शुद्ध गुड़ आग में जलने पर एक साफ, मीठी गंध छोड़ता है। अगर गुड़ आग में जलने पर एक अजीब या तेज गंध छोड़ता है, तो यह अशुद्ध हो सकता है।
  5. मिट्टी या रेत की जांच: शुद्ध गुड़ में मिट्टी या रेत नहीं होती है। अगर गुड़ में मिट्टी या रेत है, तो यह अशुद्ध हो सकता है।

इन तरीकों से आप गुड़ की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि ये तरीके पूरी तरह से सटीक नहीं हो सकते हैं, इसलिए हमेशा एक विश्वसनीय स्रोत से गुड़ खरीदना चाहिए। इसके लिए आप Vagbhatt Jaggery Powder का इस्तेमाल कर सकते हैं।

गुड़ के नुकसान:

गुड़ के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं:

  1. वजन बढ़ना: गुड़ में कैलोरी होती है, इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से वजन बढ़ सकता है।
  2. दांतों की समस्या: गुड़ में शुगर होता है, जो दांतों की समस्या पैदा कर सकता है।
  3. मधुमेह के रोगियों के लिए हानिकारक: गुड़ में शुगर होता है, जो मधुमेह के रोगियों के लिए हानिकारक हो सकता है। हालाँकि कम मात्रा में मधुमेह के रोगी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
  4. पेट की समस्या: गुड़ का अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट की समस्या हो सकती है, जैसे कि दस्त या पेट दर्द।
  5. एलर्जी की समस्या: कुछ लोगों को गुड़ से एलर्जी हो सकती है, जो त्वचा पर चकत्ते या अन्य समस्याएं पैदा कर सकती है।
  6. उच्च रक्तचाप की समस्या: गुड़ में पोटेशियम होता है, लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से रक्तचाप बढ़ सकता है।
  7. गर्भपात के समस्या: गर्भावस्था के शुरुआती दौर में गुड़ का सेवन सावधानी से करना चाहिए या नही करना चाहिए, क्योंकि गुड़ की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से गर्भपात हो सकता है।

इन नुकसानों को ध्यान में रखते हुए गुड़ का सेवन करना चाहिए।

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