दोस्तों विषमुक्त भारत परिवार आज आपके लिए लेकर आया है एक बहुत विशिष्ट जानकारी। अक्सर हम जब Vagbhatt Rock Salt or Saindhav namak (वाग्भट्ट सैंधव नमक) लेकर लोगों के बीच जाते हैं तो लोग कहते हैं कि मार्केट में 15 -20 रूपये किलो में जब बहुत अच्छी पैकिंग में नमक उपलब्ध है तो हम आपका ये महंगा वाला नमक क्यों खरीदें? क्या फायदे हैं इसको खरीदने के? क्या इसमें आयोडीन है? पैकेट में तो नहीं लिखा है कि इसमें आयोडीन है वगैरह वगैरह…..
शायद आप लोगों को भी ये प्रश्न आते होंगे। आज बहुत आसान भाषा में आपके सवालों का जबाव देने का प्रयास करूँगा।
सैंधा नमक – दरअसल सेंधा नमक एक ऐसा नमक है जिसे खनन के माध्यम से प्राप्त किया जाता है। खासकर इसकी उपलब्धता हिमालय पर्वत के आस पास के इलाकों में ज्यादा है। हिमालय से लगे पश्चिमोत्तरी पंजाब में नमक कोह (यानि नमक पर्वत) नाम की मशहूर पहाड़ी श्रृंखला है जहाँ से यह नमक मिलता है और इसी इलाक़े में प्रसिद्ध खेवड़ा नमक खान है। वैसे तो इसका रंग अक्सर, रंगहीन या सफ़ेद होता है, लेकिन कभी-कभी अन्य पदार्थों की मौजूदगी से इसका रंग हल्का नीला, गाढ़ा नीला, जामुनी, गुलाबी, नारंगी, पीला या भूरा भी हो सकता है। इसलिए इसे पिंक साल्ट, हिमालयन साल्ट, रॉक साल्ट, लाहौरी नमक या हैलाइड सोडियम क्लोराइड नाम से जाना जाता है। तेलुगु भाषा में इसे “रती अप्पू”, तमिल में “इंदुपपु”, मलयालम में “कल्लू अप्पू”, कन्नड़ में “कल्लूपु”, मराठी में “शेंडे लोन”, गुजराती में “सिंधुलुन” और बंगाली में “साइनधाव लावन” कहा जाता है। इसे सबसे शुद्ध नमक माना जाता है। बाजार में उपलब्ध आयोडीन युक्त नमक की तरह, सेंधा नमक का उपयोग भी खाना पकाने के लिए किया जा सकता है। सेंधा नमक को व्रत के दौरान सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। सेंधा नमक को स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। सेंधा नमक में मिनरल्स, आयरन, जिंक मैग्नीशियम और अन्य कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत के लिए काफी लाभदायक माने जाते हैं। सेंधा नमक को डाइट में शामिल कर शरीर को कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचा सकते हैं। तो चलिए आज हम आपको सेंधा नमक से मिलने वाले लाभों के बारे में बताते हैं-
उपयोग – खाना बनाने में इस्तेमाल करें।
तासीर – सामान्यत: हर तरह के नमक की तासीर गरम होती है किन्तु सैंधा नमक को शीत शिवा कहा जाता है क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। इस कारण पित्त दोष के रोगियों को (पेट और पाचन से जुडी समस्या वाले लोगों को) आयोडीन नमक तुरंत बंद करके सैंधव नमक का तुरंत उपयोग शुरू करना चाहिए।
सैंधा नमक के नुकसान – अत्यधिक ठंडी वाले स्थानों में इसके प्रयोग से शीत से सम्बंधित समस्या हो सकती है। अति दुर्गम पहाड़ी इलाकों में यदि इसका उपयोग करें तो आयोडीन कि ज्यादा कमी हो सकती है। उच्च रक्त चाप के रोगियों को आयोडीन और सैंधा दोनों तरह के नमकों से नुकसान होने की अधिक संभावना है, इसलिए इन्हें डॉक्टर के परामर्श में इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है।
सैंधा नमक के लाभ–
- रोग नाशक – सैंधा नमक में 65 से ज्यादा मिनरल होते हैं इस कारण यह शरीर में विभिन्न पोषक तत्वों की कमी के कारण होने वाली बीमारियों से बचाने में मददगार है। इसलिए हमें Vagbhatt Saindhav namak (वाग्भट्ट सैंधव नमक) को अपनी रसोई में इस्तेमाल में लाना चाहिए।
- स्ट्रेस मैनेजमेंट -आज के समाज में अकेलेपन वाली जिंदगी के चलते बड़े ही नहीं बच्चों में भी स्ट्रेस की काफी समस्या देखी जाती है। सेंधा नमक के रेग्यूलर प्रयोग से सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोन्स बैलेंस्ड रहता है जिस वजह से हमारे उपर स्ट्रेस हावी नहीं हो पाता यानि हम स्ट्रेस की समस्या से बच सकते हैं। इसलिए स्ट्रेस को कम करने के लिए आप सेंधा नमक का सेवन जरूर करें।
- दर्दः सेंधा नमक में मैग्नीशियम के तत्व पाए जाते हैं। जो मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन के साथ ही ज्वाइंट्स पेन को भी कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए सेंधा नमक के सेवन से शरीर के दर्द को दूर किया जा सकता है।
- मोटापाः सेंधा नमक वजन कंट्रोल करने के लिए भी लाभदायक माना जाता हैं। क्योंकि सेंधा नमक में फैट को कम करने वाले तत्व पाए जाने के साथ-साथ ये भूख को भी कंट्रोल करने का काम कर सकता है।
- एनर्जीः यदि शरीर में एनर्जी का लेवल अक्सर डाउन रहता है तो सेंधा नमक में उपलब्ध मिनरल्स, आयरन, जिंक मैग्नीशियम और अन्य पोषक तत्व आपको एनर्जी देने का काम कर सकते हैं।
- आंखों की समस्या – सेंधा नमक का इस्तेमाल आंखों के लिए काफी अच्छा माना जाता है। क्योंकि इसकी तासिर ठंडी होती है, जो आंखों को ठंडक पहुंचाने के साथ-साथ उन्हें खुजली, और सूजन जैसे इंफेक्शन से भी बचाने में मदद कर सकते हैं।
- डाइजेशन – सेंधा नमक में उपलब्ध सोडियम और पोटेशियम पाचन को दुरुस्त करने में मदद कर सकते हैं। इसलिए सेंधा नमक को पाचन के लिए अच्छा माना जाता है।
- पहले बीमार होने के बाद दवाएं करने से उचित है कि थोड़ा लाइफस्टाइल चेंज करके सवस्थ जीवन जियें।
क्या सैंधा नमक में आयोडीन है ?
सैंधा नमक में आयोडीन बहुत कम रहता है, किन्तु इससे हमें घबराने कि जरुरत नहीं है क्योंकि आयोडीन प्रकृति में सामान्यतः सभी भोज्य पदार्थों में पाया जाता है। कुछ अति दुर्गम पहाड़ी इलाकों में ही आयोडीन की कमी होती है किन्तु हमारे मन में अक्सर ये डर भर दिया गया है कि आयोडीन कि कमी से घेंघा रोग हो जायेगा लेकिन कोई ये नहीं बताता है कि आयोडीन की अधिकता से क्या होगा? कुछ रिसर्च में ये पाया गया है कि आयोडीन की अधिकता से हाइपो थायरॉइडिजम की समस्या होती है जिससे अनियंत्रित मोटापा बढ़ने कि संभावना होती है। हमारे देश में इस पर चर्चा होनी चाहिए कि आयोडीन कि कमी के रोगी ज्यादा हैं या आयोडीन कि अधिकता के किन्तु ऐसे रिसर्च आगे बढ़ने ही नहीं दिए जाते हैं क्योंकि इससे कुछ कंपनियों का बिजनेस प्रभावित हो सकते है। इसलिए हमें बुद्धिमानी से चयन करना चाहिए न कि विज्ञापनों के दिखावे में।
नोट- यह लेख जानकारी के लिए दी गई है, किसी रोग के समाधान के लिए एक बार योग्य चिकित्सक से परामर्श अवश्य ले लें।